Sunday, November 28, 2010

मीर - पाँच शेर पाँच तस्वीर 4

यूँ उठे आह उस गली से हम
जैसे कोई जहाँ से उठता है

Thursday, November 25, 2010

मीर - पाँच शेर पाँच तस्वीर 3

नाला सर खेंचता है जब मेरा
शोर इक आस्माँ से उठता है

Monday, November 22, 2010

मीर - पाँच शेर पाँच तस्वीर 2

गोर किस दिलजले की है ये फ़लक
शोला यक सुब्ह याँ से उठता है

Friday, November 19, 2010

मीर - पाँच शेर पाँच तस्वीर 1

देख तो दिल कि जाँ से उठता है
ये धुआँ सा कहाँ से उठता है

Sunday, November 7, 2010

अब भी .... बाकी है

ज़िन्दगी बुझ गयी तो क्या
अब भी
तेरी यादों की आग
बाकी है

Monday, November 1, 2010

कभी बुझे ही नहीं

ना एतबार तेरे वादे का
ना भरोसा तेरे तगाफ़ुल पर
तभी तो तेरे रास्ते के दिये
हमसे कभी बुझे ही नहीं