Monday, October 27, 2014
Thursday, October 23, 2014
Sunday, October 19, 2014
Happy Birthday Majaaz
रास्ते में रुक के दम लूँ, ये मेरी आदत नहीं
लौट कर वापस चला जाऊँ, मेरी फ़ितरत नहीं
और कोई हमनवा मिल जाये, ये क़िस्मत नहीं
ऐ ग़म-ए-दिल क्या करूँ, ऐ वहशत-ए-दिल क्या करूँ
लौट कर वापस चला जाऊँ, मेरी फ़ितरत नहीं
और कोई हमनवा मिल जाये, ये क़िस्मत नहीं
ऐ ग़म-ए-दिल क्या करूँ, ऐ वहशत-ए-दिल क्या करूँ
असरारुल हक़ "मजाज़" लखनवी
Also, Happy Birthday to me!
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during the Poetry Talk
at IIM Ahmedabad on Mar 5, 2014.
Thursday, October 16, 2014
Saturday, October 11, 2014
Sunday, October 5, 2014
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