Say Cheese :)
Wednesday, April 30, 2014
Small Minivet
Friday, April 25, 2014
उफ्फ़ ये मौसम...
चलो हम चलें उन पहाड़ों की जानिब
जहाँ सर पे पत्थर सी बरसे न गर्मी
Sunday, April 20, 2014
अदम
तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है
मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है
तुम्हारी मेज़ चांदी की तुम्हारे जाम सोने के
यहाँ जुम्मन के घर में आज भी फूटी रक़ाबी है
Tuesday, April 15, 2014
चाँद और कवि (और गर्मी)
दिन कुछ ऐसा रहता है दहका दहका
चाँद सुकूं देता है कुछ महका महका
Thursday, April 10, 2014
इस वर्ष कमल खिले!
Saturday, April 5, 2014
कोयल - बच्चन
कोकिले, पर यह तेरा राग
हमारे नग्न-बुभुक्षित देश
के लिए लाया क्या संदेश ?
साथ प्रकृति के बदलेगा इस दीन देश का भाग ?
Tuesday, April 1, 2014
क्या मतलब फर्स्ट अप्रैल है तो कुछ भी करोगे क्या
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)