Say Cheese :)
Saturday, February 29, 2020
Ajanta's most famous painting
Monday, February 24, 2020
Life अगड़म बगड़म
कहाँ क्या हो रहा है, कहाँ किस का सिरा है,
कुछ समझ नहीं आता, सब जहान सिरफिरा है
Wednesday, February 19, 2020
Serenity Now!
Friday, February 14, 2020
Life and love in most unlikely places
ट्रक का दार्शनिक कहता है -
मेरा सो जावे नहीं
जावे सो मेरा नहीं।
और मेरा दार्शनिक कहता है,
उसका क्या
जो मेरा था
और चला भी गया
और तब भी
मेरा ही रहा।
रहा ना ?
Sunday, February 9, 2020
बीत गया सब कुछ
कितनी सुबहें बीतीं हैं
उस बालकनी में
कितनी यादें उस गलियारे
से निकली हैं
कितने लम्हे इसी सड़क पर
बुने गए थे
कितने शख्स गए आये
और बीत गए हैं
जिस दर पर थे
पाँच बरस के किस्से बाँचे
उनको गुज़रे भी अब
शायद बरस अट्ठारह बीत गए हैं।
Tuesday, February 4, 2020
वसन्त बड़ा निर्मम समय है
वसन्त बड़ा निर्मम समय है।
इस समय में सब कुछ है
और कुछ भी नहीं।
ऐसा कब होगा जब
इस सूर्यमुखी से खिले हुए
तुम भी हो यहाँ ?
तुम्हारे बिना
वसन्त बड़ा निर्मम समय है।
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