Monday, February 8, 2010

साँप

साँप!
तुम सभ्य तो हुए नहीं
नगर में बसना भी
तुम्हें नहीं आया।
एक बात पूछूँ
उत्तर दोगे?
तब कैसे सीखा डसना,
विष कहाँ पाया?

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