Thursday, May 25, 2017

जॉन एलिया की मई : सोगनशीं

पत्ते बनकर ऐसा बिखरा वक़्त की पागल आंधी में 
आज मै अपना सोगनशीं हूँ गंगाजी और जमुनाजी


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