Thursday, December 31, 2009

दिन, महीने, और साल


एक साल बदलता है।
एक सूरज डूबता है। एक सूरज निकलता है।
वक्त आगे बढ़ जाता है, बस बदलता नहीं।

दुनिया समझती है कि तारीख बदलने से दिन भी बदल जायेंगे।
और वो, जो दिन और तारीख का भेद समझते हैं
और ये भी कि दिन और तारीख में कोई भेद नहीं,
वो दुनिया की नासमझी पर हँसते हैं
और दुनिया की नासमझी पर रोते हैं।

कालो न यात: वयमेव यात:

नेति नेति

...

!!!

2 comments:

deep said...

:O
BTW happy new year :)

Sid said...

It really amuses me that how you make a :O sign on most of the things I say.
What amuses me more is that despite the futility of the change of the dates roaring throughout this post, at the end of it, I get a happy new year wish...

:O
anyways, happy new year