Say Cheese :)
Thursday, April 30, 2020
सुनो सुनती हो न सोनां
तुम्हे तज कर तुम्हारे योग्य भी
अब तो नहीं हम
पर अब यह भिक्ष अंतिम
मांगने फिर से पलट आये
हो संभव यदि तुम्हारे
करुण अंत: से
तो देवी
हमें दो दान
अपने हृदय के
अंतिम कुसुम का।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment