Friday, September 25, 2015

फटी भीत है छत चूती है...

घुन खाये शहतीरों पर की बारहखड़ी विधाता बाँचे 
फटी भीत है छत चूती है आले पर बिस्तुईया नाचे
बरसा कर बेबस बच्चों पर मिनट मिनट में पाँच तमाचे
इसी तरह से दुखरन मास्टर गढ़ता है आदम के साँचे।
- बाबा नागार्जुन



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