Friday, December 6, 2019

रामलला विराजमान

राम मन्दिर आन्दोलन को बचपन से देखते, गलियों में नारे लगाते, कारसेवकों पर गोलियाँ चलते, और गोधरा में कारसेवकों को जलते देखने के दौर में जब वो उम्मीद स्वप्नवत् हो गयी थी, तब केवल एक ज्वाला थी - ६ दिसम्बर १९९२ की। वो दिन जिसने दमित पीड़ित हिन्दुओं को भी आशा दिए रखा, जिलाये रखा। हमारी पिछली पीढ़ियों ने जो संघर्ष किया था और जो सहनशीलता दिखाई स्वतंत्रता के बाद भी, उस संघर्ष और धैर्य का फल है जो सनातन संस्कृति ने जीता है श्रीराम जन्मस्थान मन्दिर के रूप में। श्री रामलला विराजमान की जय हो !! 


I heard the first news of the demolition of the disputed babri structure in Ayodhya ji on 6 December 1992 at exactly 11.30 AM. 27 years later, exactly at the same hour, here is a squirrel's tribute to the grand cause of Shri Ram.

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