Thursday, August 11, 2022

तुम्हारे बाद का मौसम

तुम्हारे साथ ये मौसम फरिश्तों जैसा है, 
तुम्हारे बाद ये  मौसम बहुत सताएगा !

बशीर बद्र ने ये शेर लिखा था अपनी किताब "उजाले अपनी यादों के" की एक ग़ज़ल में। शेर इतना प्रसिद्द नहीं था, लेकिन आज याद आया क्योंकि :
तुम्हारे साथ ये मौसम फरिश्तों जैसा था 
तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताता है !


 

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