Tuesday, March 24, 2020

I shall reach thee!

I ran 
I fell
I walked
I was cut
I crawled
I was bruised
I left my body
I became a hue
But I never stopped 
moving
towards you!

Monday, February 24, 2020

Life अगड़म बगड़म

कहाँ क्या हो रहा है, कहाँ किस का सिरा है, 
कुछ समझ नहीं आता, सब जहान सिरफिरा है 




Friday, February 14, 2020

Life and love in most unlikely places


ट्रक का दार्शनिक कहता है -

मेरा सो जावे नहीं
जावे सो मेरा नहीं। 

और मेरा दार्शनिक कहता है,
उसका क्या
जो मेरा था
और चला भी गया
और तब भी
मेरा ही रहा।
रहा ना ? 

Sunday, February 9, 2020

बीत गया सब कुछ


कितनी सुबहें बीतीं हैं
उस बालकनी में
कितनी यादें उस गलियारे
से निकली हैं
कितने लम्हे इसी सड़क पर
बुने गए थे
कितने शख्स गए आये
और बीत गए हैं

जिस दर पर थे 
पाँच बरस के किस्से बाँचे 
उनको गुज़रे भी अब 
शायद बरस अट्ठारह बीत गए हैं।  

Tuesday, February 4, 2020

वसन्त बड़ा निर्मम समय है


वसन्त बड़ा निर्मम समय है।
इस समय में सब कुछ है 
और कुछ भी नहीं।  
ऐसा कब होगा जब 
इस सूर्यमुखी से खिले हुए 
तुम भी हो यहाँ ?
तुम्हारे बिना 

वसन्त बड़ा निर्मम समय है।

Friday, January 31, 2020

तुम तक



बारिश में धुली एक सड़क की तरह
मैं अक्सर तुम पर से गुज़र जाना चाहता हूँ।  
ऐसा हमेशा होता तो नहीं
शायद हमेशा याद भी नहीं रहती ऐसे।  
लेकिन हसरत का हमेशा होना अगर कुछ मायने रखता है
तो मैं हमेशा तुम्हारे सफ़र में हूँ।  

Thursday, January 9, 2020

अपने अपने addiction

A few days back, at home, spent about a day and half arranging and rearranging my small library. Back to office, again spent about 3 days in rearranging the books in better divisions and in more orderly fashion. I think those 4-5 days of hugging my books were among the few days of my life that I spent well.

There are kinds of addictions. Mine is books. Long back, I used to stamp all my books with this stamp. I still have this although haven't used it in more than a decade. 

Saturday, January 4, 2020

मुझे कुछ भी समझ आता नहीं अब


मुझे कुछ भी
समझ
आता नहीं
अब!

ये पीढ़ी
ये गाने
ये बातें
तराने
ये किस्से
फ़साने
ये रौशन
ज़माने

बड़ी दूर मालूम 
होते हैं सारे 
अजब अजनबी 
वक़्त के ये इशारे  

कई बार लगता है
सब हद्द में है
बढ़ाऊं अगर हाथ
सब जद्द में है

मगर याद पड़ता है
गुज़रा ज़माना
औ' फिर याद आता है
सब छोड़ आना

तो अपने ज़ेहन को 
मैं फिर तोलता हूँ
तजरबे पुराने
नहीं खोलता हूँ
नई उम्र को कुछ
नहीं बोलता हूँ !

Wednesday, January 1, 2020

नए वर्ष की नव आशाएं


बीते वर्षों में न डूबें, नए वर्ष की नव आशाएं 
दोराहों पर अब न ठिठकें, कुछ आगे की दिशा दिखाएं 

Saturday, December 28, 2019

बहुत उल्लू बनाया इस बरस ने



तुम्हारे प्रेम ने
पाने की पीड़ा ने
औ' तुम्हारे दरस ने,

तुम्हारी ज़िन्दगी को 
जीत लेने की 
चरस ने, 

नचाया 
और उड़ाया 
और घोंटा 
दम हमारा,

बड़ी मुश्किल से
बीता 
और जीता,

बहुत उल्लू बनाया
इस बरस ने !!

Monday, December 16, 2019

जय श्री राम

Shree Rama at Cambodia Airport

इस श्रंखला को श्रीराम के जयघोष के साथ यहीं समाप्त करते हुए... 
अब मिलते रहेंगे मित्रों! 

Sunday, December 15, 2019

जय बजरंग बली


अब सब कुछ तुम पर छोड़ दिया है भक्तों ने हे बजरंग बली।  


Saturday, December 14, 2019

शनि


शनिदेव की दृष्टि किसी भी अभियान में विलम्ब करवाती है।  
अब बहुत हुआ प्रभु, यह दृष्टि हटाओ और अभियान को आगे बढ़ाओ।  

Friday, December 13, 2019

जागो शिव-शंकर


और त्रिशूल उठा इस सृष्टि का उद्धार करो !

Thursday, December 12, 2019

समर शेष है...

दृग हों तो दृश्य अकाण्ड देख,
मुझमें सारा ब्रह्माण्ड देख,
चर-अचर जीव, जग, क्षर-अक्षर,
नश्वर मनुष्य सुरजाति अमर।


और केवल कुछ बड़े मन्दिर ही क्यों, जिन पर आतताइयों ने अधिकार कर लिया है। 
ऐसे अगिनत मन्दिर भी हैं जो केवल खंडित - विखंडित रह गए हैं। 


हे पवनपुत्र, अनुरूप शक्ति दो।  
हे माँ लक्ष्मी, अनुरूप सामर्थ्य दो।  

Wednesday, December 11, 2019

वाग्देवी की भोजशाला भी बाकी है


इस दमित, हीनता-ग्रसित समाज में चेतना, विद्या, और बुद्धि का प्रकाश करो माँ।  

Monday, December 9, 2019

#IWantMyTemplesBack


हे बालगोपाल! हम तुम्हारी जन्मभूमि को भी भूले नहीं हैं। मथुरा के केशवराय मन्दिर पर कृपा करो।  

Sunday, December 8, 2019

There are more to reclaim!


 We have struggled peacefully and won back the Ram Janmbhoomi. However, the struggle does not stop for the civilizational reclamation. Ram Janmbhoomi was not the end but the beginning only.

This is Ang Kor Temple from Kamboj (Kambodia). The communists under Khmer Rouge tried destroying this temple. However, like the Sanatana, the temple still stands strong and under restoration. Similar stories needed from thousands of other places too. 

Saturday, December 7, 2019

राम राज संतोष सुख

राम राज संतोष सुख, घर वन सकल सुपास।
तरु सुरतरु सुरधेनुमाहि, अभिमत भोगविलास।
खेती वनि विद्या बनिज सेवा सिलिप सुकाज।
तुलसी सुरतरु सरिस सब सुफल राम के राज। 



तुम्हारे बिना वनवास में रही अयोध्या में फिर से पधार कर अयोध्या का और अपने भक्तों का उद्धार करो,
हे मर्यादा पुरुषोत्तम !

Friday, December 6, 2019

रामलला विराजमान

राम मन्दिर आन्दोलन को बचपन से देखते, गलियों में नारे लगाते, कारसेवकों पर गोलियाँ चलते, और गोधरा में कारसेवकों को जलते देखने के दौर में जब वो उम्मीद स्वप्नवत् हो गयी थी, तब केवल एक ज्वाला थी - ६ दिसम्बर १९९२ की। वो दिन जिसने दमित पीड़ित हिन्दुओं को भी आशा दिए रखा, जिलाये रखा। हमारी पिछली पीढ़ियों ने जो संघर्ष किया था और जो सहनशीलता दिखाई स्वतंत्रता के बाद भी, उस संघर्ष और धैर्य का फल है जो सनातन संस्कृति ने जीता है श्रीराम जन्मस्थान मन्दिर के रूप में। श्री रामलला विराजमान की जय हो !! 


I heard the first news of the demolition of the disputed babri structure in Ayodhya ji on 6 December 1992 at exactly 11.30 AM. 27 years later, exactly at the same hour, here is a squirrel's tribute to the grand cause of Shri Ram.

Wednesday, December 6, 2017

रामलला हम आएंगे

मंदिर 
वहीं 
बनाएंगे 
!!!


अब अगली कड़ी मंदिर के बाद मित्रों !!