Say Cheese :)
Thursday, December 5, 2024
Wednesday, November 27, 2024
Monday, November 18, 2024
Saturday, November 9, 2024
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु!
बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु!
पूछेगा सारा गाँव, बंधु!
यह घाट वही जिस पर हँसकर,
वह कभी नहाती थी धँसकर,
आँखें रह जाती थीं फँसकर,
कँपते थे दोनों पाँव, बंधु!
Thursday, October 31, 2024
Monday, October 21, 2024
Saturday, October 5, 2024
Wednesday, September 18, 2024
Monday, August 26, 2024
Friday, August 9, 2024
Saturday, July 27, 2024
Thursday, July 11, 2024
Tuesday, July 2, 2024
Thursday, June 27, 2024
Tuesday, June 18, 2024
राजा तोते
Wednesday, June 12, 2024
चिड़ियों सा प्रेम
मेरा प्रेम
दूर गगन में
उड़ती चिड़ियों सा
होता है।
किसी रीत को माने बिन वो,
सभी लीक का बंधन तोड़े,
उड़ता तेरी ओर सदा ही
तेरी छाया में सुस्ताने
तेरी आँखों का जल पीने
तेरे वक्षस्थल में कुछ
दाने चुग लेगा,
लेकिन तेरे बंधन से भी
बंधना चाहे नहीं जो ऐसा
मेरा प्रेम
दूर गगन में
उड़ती चिड़ियों सा
होता है।
Monday, June 3, 2024
Thursday, May 23, 2024
Wednesday, May 15, 2024
Friday, May 10, 2024
Friday, May 3, 2024
Friday, April 26, 2024
गौरैया, तुम्हारा नाम क्या था
Thursday, April 11, 2024
All my cameras
Wednesday, April 3, 2024
गए दिनों की धूप जो कच्चे पापड़ छत पर सूख रहे थे
ये लाइन है मेरी एक नज़्म की पहली लाइन। जिसको पढ़ कर मम्मी - पापा रो दिए थे।
पूरी नज़्म सुनोगी, मेरी आवाज़ में ? अब कैसे सुनोगी, जब सारे पुल ही जला दिए तुमने?
खैर, कभी दिल भटक जाए तो मैं तुमको पुल के उसी वीरान किनारे पर मिलूंगा, जहाँ सब कुछ जल चुका है।।
Wednesday, February 28, 2024
Wednesday, February 14, 2024
सपना तुमको पाने का
Monday, February 5, 2024
Monday, January 29, 2024
Idhi Kala Kadha? Thirigila Eduta Padaga?!
The place where we met for the first time, oh my dearest bird, is gone forever now!
And all the rest of the places too!
Monday, January 22, 2024
Friday, January 12, 2024
मुक्ति
विष्णुपद मंदिर, जहाँ भगवान् विष्णु ने गयासुर को पद-पराजित किया।
जहाँ लोग पिंड-दान हैं अपने पितरों की मुक्ति के लिए।
क्या ऐसा हो सकता है कि अतृप्त पितरों को मुक्ति देने की तरह ही अतृप्त प्रेम का भी श्राद्ध किया जा सके ?
अधूरे प्रेम से मुक्ति का संभवत: ये अंतिम उपाय बचा है।
Wednesday, December 20, 2023
Wednesday, December 13, 2023
Friday, December 8, 2023
Monday, December 4, 2023
Wednesday, November 22, 2023
Saturday, November 4, 2023
Thursday, October 19, 2023
Rivers - Gomti, Lucknow, UP
Wednesday, October 18, 2023
Tuesday, October 17, 2023
Monday, October 16, 2023
Sunday, October 15, 2023
Saturday, October 14, 2023
Friday, October 13, 2023
Thursday, October 12, 2023
Wednesday, October 11, 2023
Tuesday, October 10, 2023
Rivers
As I have often written, the river Gomti in Lucknow forms a critical part of my memories and those deep meaningless discussion ashore. I progressively realize that I like water-less places a lot lesser than places with a river. Just as I like places with you, your presence, and your memories a lot more than those places, which are devoid of you. You are like a river to my existence - I can sit beside either (and ideally, both) a lot longer than places which have neither you nor a river.
तुम हो बहती हुई
नदी की तरह
गाती चलती
अपनी धुन में
बंध तोड़ती
अल्हड़ चंचल
कमर की लचक
मोड़ नदी का
मौसम का रंग
मूड तुम्हारा
हँसी की खनक
नदी की कलकल
मेरा मन बस
बैठ किनारे
मूक प्रेम से
देखे तुमको
शाम सवेरे
हर दिन हर पल !!!!!
Next, I will post a series of pics of some of the Indian rivers.
Why? And why them only?
Because, Love! I don't have pics with you to post!